गौरव गाएँगे इस भू का ये भू है महादानी रे रगों में इसकी दौड़ रहा है बुंदेलों का पानी। गौरव गाएँगे इस भू का ये भू है महादानी रे रगों में इसकी दौड़ रहा है बुंदेलों ...
मानवता मानवता के लिए उषा की किरण जगाने वाले हम हैं। मानवता मानवता के लिए उषा की किरण जगाने वाले हम हैं।
तुम तो मेरी कविता हो मेरी कल्पना हो खुबसूरत सा एक भ्रम हो ! तुम तो मेरी कविता हो मेरी कल्पना हो खुबसूरत सा एक भ्रम हो !
न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही। न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही।
नादान उम्र और नशे की लत ऐसे मासूमों को बद्दुआ कौन देगा ।। नादान उम्र और नशे की लत ऐसे मासूमों को बद्दुआ कौन देगा ।।
सुन लो करूण पुकार देखिए। खो रही नारी सरकार सुनिए। सुन लो करूण पुकार देखिए। खो रही नारी सरकार सुनिए।